इनुइट का अर्थ हिंदी में: आर्कटिक की जीवन गाथा
नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करने वाले हैं एक बेहद दिलचस्प और resilient समुदाय के बारे में – इनुइट। आपने शायद यह नाम सुना हो, या शायद यह आपके लिए नया हो। लेकिन एक बात पक्की है, उनकी कहानी, उनका जीवन और उनका कल्चर truly remarkable है। तो, इनुइट का अर्थ हिंदी में क्या है और वे कौन हैं? आइए, इस गहरे और समृद्ध टॉपिक में गोता लगाते हैं। यह लेख आपको इनुइट लोगों, उनकी संस्कृति, इतिहास और उनकी चुनौतियों के बारे में पूरी जानकारी देगा, वो भी एकदम दोस्ताना अंदाज़ में!
इनुइट क्या हैं? (Inuit Meaning in Hindi: A Deep Dive)
तो सबसे पहले बात करते हैं, इनुइट क्या हैं? इनुइट का शाब्दिक अर्थ इनुक्टिटुट भाषा में 'लोग' होता है। यह आर्कटिक क्षेत्र के स्वदेशी लोगों के लिए इस्तेमाल होने वाला एक collective noun है, जो मुख्य रूप से उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और अलास्का (संयुक्त राज्य अमेरिका) के बर्फीले विस्तार में रहते हैं। जब हम इनुइट की बात करते हैं, तो हम एक ऐसे समुदाय का ज़िक्र कर रहे होते हैं जिसने दुनिया के सबसे कठोर वातावरण में से एक में अद्भुत ढंग से अनुकूलन किया है और thrived किया है। दोस्तों, यह सिर्फ एक नाम नहीं है, यह एक पहचान है, एक संस्कृति है जो हज़ारों सालों से चली आ रही है।
इनुइट शब्द को अक्सर 'एस्किमो' (Eskimo) शब्द के साथ confused किया जाता है। लेकिन, यहाँ एक बहुत ज़रूरी बात समझने वाली है: 'एस्किमो' शब्द को अब offensive माना जाता है, खासकर इनुइट लोगों द्वारा। यह शब्द Algonquin भाषा से आया है, और माना जाता है कि इसका मतलब 'कच्चा मांस खाने वाले' है, जो कि इनुइट लोगों के लिए एक disrespectful और stereotyping term है। इसलिए, सही और respectful टर्म 'इनुइट' ही है। हमेशा याद रखें, जब हम किसी समुदाय के बारे में बात करते हैं, तो हमें उनकी पसंद और सम्मान को सबसे ऊपर रखना चाहिए। इनुइट लोग अपनी unique culture, भाषा और जीवन शैली के लिए जाने जाते हैं। उनकी भाषा को इनुक्टिटुट कहा जाता है, जिसमें विभिन्न बोलियाँ शामिल हैं। उनके जीवन का हर पहलू, चाहे वह शिकार हो, भोजन हो, कपड़े हों या रहने का तरीका हो, आर्कटिक के harsh environment के साथ perfectly aligned है। वे प्रकृति के साथ एक गहरे और अटूट रिश्ते में विश्वास रखते हैं, और उनका सारा जीवन इसी दर्शन पर आधारित होता है। उन्होंने survival के लिए incredible skills विकसित की हैं, जैसे कि igloo बनाना, dog sledding का उपयोग करना, और कठोर बर्फीले पानी में शिकार करना। उनकी storytelling, आर्ट और क्राफ्ट भी उनकी संस्कृति का एक अभिन्न अंग हैं। यह सब मिलकर इनुइट को सिर्फ एक समुदाय नहीं, बल्कि एक जीवंत और प्रेरणादायक विरासत बनाता है। तो अगली बार जब आप इन आर्कटिक नायकों के बारे में सोचें, तो याद रखें: इनुइट का अर्थ है 'लोग', और यह शब्द उनके स्वाभिमान और अनूठी पहचान का प्रतीक है।
इनुइट संस्कृति और जीवन शैली (Inuit Culture and Lifestyle: A Glimpse into the Arctic World)
चलो यार, अब बात करते हैं इनुइट संस्कृति और जीवन शैली की, जो सच में एक amazing story है। सोचो, दुनिया के सबसे ठंडे और inhospitable जगहों में से एक में कैसे लोग हज़ारों सालों से सफलतापूर्वक रह रहे हैं! यह सब उनकी अविश्वसनीय अनुकूलन क्षमता (adaptability) और प्रकृति के साथ उनके गहरे संबंध के कारण है। इनुइट लोगों का पारंपरिक जीवन शिकार, मछली पकड़ने और इकट्ठा करने पर केंद्रित रहा है। उनके आहार में मुख्य रूप से सील (seals), वालरस (walrus), व्हेल (whales), caribou (एक प्रकार का हिरण) और मछली शामिल होती है। आर्कटिक की कठोर परिस्थितियों में, हर जानवर का एक महत्वपूर्ण महत्व होता है। वे न केवल भोजन प्रदान करते हैं, बल्कि उनकी खाल (furs) से कपड़े और आश्रय, और हड्डियों से उपकरण भी बनते हैं। इनुइट शिकारी exceptional skills रखते हैं; वे बर्फीले पानी में कयाक (kayaks) का उपयोग करके या बर्फ में छेद करके सील का शिकार करते हैं। उनकी शिकार करने की तकनीकें पीढ़ियों से चली आ रही हैं और पूरी तरह से सस्टेनेबल हैं।
इनुइट के पारंपरिक आवास भी उतने ही fascinating हैं। सर्दियों में, वे अक्सर इग्लू (igloos) बनाते थे, जो बर्फ से बने गुंबद के आकार के घर होते हैं। इन्हें बनाना एक कला है, और ये अंदर से surprisingly गर्म और आरामदायक होते हैं। गर्मियों में, जब बर्फ पिघल जाती है, तो वे खाल से बने टेंट, जिन्हें ट्यूपिक (tupiq) कहते हैं, का इस्तेमाल करते थे। इन आवासों को आसानी से dismantle करके एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता था, क्योंकि इनुइट समुदाय अक्सर भोजन की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह जाते रहते थे। दोस्तों, यह दिखाता है कि कैसे उन्होंने अपने वातावरण का पूरी तरह से उपयोग किया और किसी भी चीज को वेस्ट नहीं किया। उनके कपड़े भी उनकी जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे जानवरों की खाल, खासकर कारिबू और सील की खाल से बने अमीज़ाज़ (amauti) जैसे भारी कपड़े पहनते थे, जो उन्हें आर्कटिक की भयानक ठंड से बचाते थे। ये कपड़े न केवल गर्म होते थे, बल्कि हवा और पानी से भी बचाते थे। बच्चे अक्सर अपनी माताओं की पीठ पर एक विशेष पाउच में ले जाए जाते थे, जिससे वे सुरक्षित और गर्म रहते थे। ट्रांसपोर्टेशन के लिए, डॉग स्लेज (dog sleds) इनुइट लोगों के लिए indispensable थे। ये स्लेज, कुत्तों की मदद से, विशाल बर्फीले इलाकों में सामान और लोगों को ले जाने का एक कुशल तरीका थे। उन्होंने पानी पर यात्रा के लिए कयाक और उमियाक (umiaks) (बड़े खुले नाव) का भी उपयोग किया, जो उन्हें शिकार करने और मछली पकड़ने में मदद करते थे। इनुइट समाज एक सामुदायिक समाज है, जहाँ साझाकरण (sharing) और सहयोग (cooperation) सबसे महत्वपूर्ण मूल्यों में से एक हैं। भोजन और संसाधनों को अक्सर पूरे समुदाय के साथ साझा किया जाता था, क्योंकि आर्कटिक में अकेले जीवित रहना बेहद मुश्किल है। उनकी सामाजिक संरचना लचीली थी और हर व्यक्ति की भूमिका स्पष्ट होती थी। यह सब मिलकर एक ऐसी जीवन शैली बनाता है जो प्रकृति के साथ गहरे सामंजस्य, साझा मूल्यों और अविश्वसनीय resilience पर आधारित है। यह वाकई हमें सिखाता है कि सीमित संसाधनों में भी कैसे एक समृद्ध और सार्थक जीवन जिया जा सकता है।
इनुइट भाषा और कला (Inuit Language and Art: Voices from the Arctic)
चलिए, अब बात करते हैं इनुइट भाषा और कला की – ये वो चीज़ें हैं जो इनुइट लोगों की पहचान को truly unique बनाती हैं और उनकी deep-rooted cultural heritage को दर्शाती हैं। इनुइट लोगों की मुख्य भाषा इनुक्टिटुट (Inuktitut) है। यार, यह सिर्फ एक भाषा नहीं है, यह उनके जीने का तरीका है, उनके सोचने का तरीका है। इनुक्टिटुट भाषा बहुत समृद्ध है और इसमें ऐसे शब्द हैं जो आर्कटिक पर्यावरण की बारीकियों का वर्णन करते हैं, जिनके लिए हमारी भाषाओं में शायद एक शब्द भी न हो। उदाहरण के लिए, बर्फ के लिए उनके पास कई अलग-अलग शब्द हैं, जो बर्फ की विभिन्न स्थितियों को दर्शाते हैं – जैसे ताज़ी गिरी बर्फ, जमा हुई बर्फ, पिघलती हुई बर्फ, आदि। यह उनके वातावरण के साथ उनके गहरे संबंध को दर्शाता है। इनुक्टिटुट भाषा विभिन्न बोलियों में बोली जाती है, और इनमें से कुछ को सिलैबिक्स (syllabics) नामक एक विशेष लेखन प्रणाली का उपयोग करके लिखा जाता है, जो कनाडा के इनुइट के लिए unique है। यह लिपि देखने में बहुत खूबसूरत लगती है और उनकी सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दुःख की बात यह है कि पिछले कुछ दशकों में, उपनिवेशीकरण और आवासीय विद्यालयों (residential schools) के प्रभावों के कारण, इनुक्टिटुट बोलने वालों की संख्या में कमी आई है। लेकिन अब, इनुइट समुदाय अपनी भाषा को पुनर्जीवित करने के लिए ज़ोरदार प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि भाषा ही उनकी संस्कृति की आत्मा है।
इनुइट कला भी उतनी ही expressive और captivating है। इनुइट कलाकार सदियों से अपनी कहानी कहने और अपने अनुभवों को व्यक्त करने के लिए कला का उपयोग करते आ रहे हैं। उनकी कला का सबसे प्रसिद्ध रूप है नक्काशी (carving)। वे सोपस्टोन (soapstone), हड्डी, हाथी दांत और हिरण के सींग जैसे प्राकृतिक पदार्थों का उपयोग करके अद्भुत मूर्तियाँ बनाते हैं। इन मूर्तियों में अक्सर आर्कटिक जानवर जैसे सील, ध्रुवीय भालू, उल्लू, और व्हेल के साथ-साथ मानव आकृतियाँ भी शामिल होती हैं, जो उनके दैनिक जीवन और पौराणिक कथाओं को दर्शाती हैं। हर नक्काशी एक कहानी कहती है, एक भावना व्यक्त करती है, और प्रकृति के साथ इनुइट के सम्मानजनक रिश्ते को दर्शाती है। इनुइट कला की एक और महत्वपूर्ण शाखा है प्रिंटमेकिंग (printmaking)। यह बीसवीं सदी के मध्य में विकसित हुई, और आज यह कला दुनिया भर में प्रसिद्ध है। प्रिंटमेकिंग के माध्यम से, इनुइट कलाकार अपने मिथकों, किंवदंतियों और समकालीन अनुभवों को जीवंत रंगों और बोल्ड रेखाओं के साथ व्यक्त करते हैं। Cape Dorset, जिसे अब Kinngait के नाम से जाना जाता है, इनुइट कला, खासकर प्रिंटमेकिंग का एक प्रमुख केंद्र है। इसके अलावा, इनुइट के पास समृद्ध मौखिक परंपराएँ (oral traditions) भी हैं। कहानियाँ, गीत और किंवदंतियाँ पीढ़ियों से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चली आ रही हैं, जो उनके इतिहास, नैतिकता और जीवन के प्रति उनके दृष्टिकोण को संजोती हैं। इनुइट ड्रम डांस (Inuit drum dance) और गला-गीत (throat singing) भी उनके सांस्कृतिक प्रदर्शन का हिस्सा हैं, जो उनके communal gatherings और ceremonies में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये कला रूप न केवल उनकी रचनात्मकता को दर्शाते हैं, बल्कि उनके गहरे spiritual beliefs और प्रकृति के साथ उनके अटूट बंधन को भी उजागर करते हैं। यह सब मिलकर इनुइट भाषा और कला को अत्यंत मूल्यवान और प्रेरणादायक बनाता है, जो हमें इस अद्वितीय समुदाय के दिल और आत्मा की झलक देता है।
इनुइट का इतिहास और चुनौतियां (Inuit History and Challenges: A Journey Through Time and Adversity)
तो दोस्तों, अब हम बात करेंगे इनुइट के इतिहास और चुनौतियों की। यह हिस्सा आपको बताएगा कि कैसे इनुइट लोगों ने हज़ारों सालों से अपने अस्तित्व को बनाए रखा है और उन्हें किन-किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। इनुइट लोगों का इतिहास लगभग 4,500 साल पुराना है, जब उनके पूर्वज बेयरिंग स्ट्रेट (Bering Strait) के रास्ते एशिया से उत्तरी अमेरिका में आए थे। उन्होंने धीरे-धीरे आर्कटिक क्षेत्र में खुद को स्थापित किया और अद्वितीय जीवन शैली विकसित की जो हमने पहले discussed की थी। वे सदियों तक अपनी भूमि पर स्वतंत्र रूप से रहे, शिकार करते रहे, अपने समुदाय का पोषण करते रहे और अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाते रहे। लेकिन, 16वीं और 17वीं शताब्दी से, यूरोपीय लोगों के साथ उनका संपर्क शुरू हुआ। शुरुआत में, यह संपर्क मुख्य रूप से व्यापार और whaling (व्हेल का शिकार) से संबंधित था। व्यापारी और व्हेल शिकारी इनुइट लोगों के पारंपरिक जीवन शैली में धीरे-धीरे घुसपैठ करने लगे। 19वीं और 20वीं शताब्दी में, उपनिवेशीकरण और पश्चिमीकरण का प्रभाव और भी गहरा हुआ। कनाडा, ग्रीनलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकारों ने इनुइट लोगों के जीवन को control करना शुरू कर दिया।
सबसे दुखद अध्यायों में से एक था निवास विद्यालयों (residential schools) का प्रभाव। इनुइट बच्चों को उनके परिवारों से अलग कर इन स्कूलों में भेजा गया, जहाँ उन्हें अपनी भाषा बोलने या अपनी संस्कृति का पालन करने की अनुमति नहीं थी। इसका उद्देश्य उन्हें 'सभ्य' बनाना था, लेकिन इसका परिणाम उनकी सांस्कृतिक पहचान के लिए गहरा आघात था, जिसने पीढ़ियों तक दर्द और trauma पैदा किया। इसके अलावा, इनुइट लोगों को अक्सर जबरन पुनर्स्थापित (relocated) किया गया, जिससे उनके पारंपरिक शिकार क्षेत्रों और सामाजिक संरचनाओं को बहुत नुकसान हुआ। इन सब ने उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक अवसरों को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित किया। आज, इनुइट समुदाय कई समकालीन चुनौतियों का सामना कर रहा है। सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है जलवायु परिवर्तन (climate change)। आर्कटिक पृथ्वी पर सबसे तेज़ी से गर्म होने वाले क्षेत्रों में से एक है। बर्फ का पिघलना, पर्माफ्रॉस्ट का ढहना और मौसम के पैटर्न में बदलाव इनुइट के पारंपरिक शिकार और यात्रा के तरीकों को खतरनाक बना रहा है। इससे उनकी खाद्य सुरक्षा (food security) पर भी असर पड़ रहा है, क्योंकि वे पारंपरिक भोजन पर बहुत अधिक निर्भर करते हैं। इसके अलावा, कई इनुइट समुदाय शहरीकरण और पश्चिमी जीवन शैली के दबाव का सामना कर रहे हैं। इससे भाषा का नुकसान, पहचान का संकट, और सामाजिक मुद्दे जैसे शराबबंदी, नशीली दवाओं का दुरुपयोग और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ी हैं। लेकिन, दोस्तों, इनुइट लोग सिर्फ चुनौतियों का सामना करने वाले नहीं हैं, वे अविश्वसनीय रूप से resilient हैं। वे अपनी संस्कृति को पुनर्जीवित करने, अपनी भाषा को बचाने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। Nunavut, कनाडा में एक इनुइट-नियंत्रित क्षेत्र का निर्माण, इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने इनुइट को अपनी भूमि पर अधिक आत्मनिर्णय (self-determination) का अधिकार दिया। उनका इतिहास दर्दनाक हो सकता है, लेकिन उनकी resilience और अपने भविष्य को आकार देने की उनकी इच्छा truly inspiring है।
आधुनिक इनुइट और उनका भविष्य (Modern Inuit and Their Future: Blending Tradition with Tomorrow)
दोस्तों, अब हम बात करेंगे आधुनिक इनुइट और उनके भविष्य की। यह वो जगह है जहाँ हम देखते हैं कि कैसे इनुइट समुदाय अपनी समृद्ध परंपराओं को बनाए रखते हुए 21वीं सदी की चुनौतियों और अवसरों का सामना कर रहे हैं। आज के इनुइट लोग एक fascinating dual existence जी रहे हैं। एक तरफ, वे अपनी पारंपरिक जड़ों, भाषा और संस्कृति से गहराई से जुड़े हुए हैं, और दूसरी तरफ, वे आधुनिक दुनिया के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। आप पाएंगे कि कई इनुइट युवा पारंपरिक शिकार कौशल सीख रहे हैं, जबकि साथ ही साथ स्मार्टफ़ोन का उपयोग कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। यह एक संस्कृति का अद्भुत मिश्रण है जहाँ वे अपने अतीत का सम्मान करते हुए भविष्य की ओर देख रहे हैं। शिक्षा ने आधुनिक इनुइट जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पहले, जब आवासीय विद्यालयों ने उन्हें उनकी भाषा और संस्कृति से दूर कर दिया था, वहीं अब कई इनुइट लोग उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व की भूमिकाएँ निभा रहे हैं। वे डॉक्टर, वकील, शिक्षक, कलाकार और वैज्ञानिक बन रहे हैं, और अपने समुदायों में बदलाव ला रहे हैं। टेक्नोलॉजी ने भी इनुइट समुदायों को global stage पर अपनी आवाज़ उठाने में मदद की है। इंटरनेट और सैटेलाइट संचार के माध्यम से, वे दुनिया के बाकी हिस्सों से जुड़ रहे हैं, अपनी कहानियाँ साझा कर रहे हैं और अपनी संस्कृति के बारे में जागरूकता बढ़ा रहे हैं। इससे उन्हें सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अपने अधिकारों की वकालत करने में मदद मिली है।
राजनीतिक रूप से, इनुइट लोगों ने आत्मनिर्णय (self-determination) की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। Nunavut का गठन, जैसा कि हमने पहले उल्लेख किया था, एक groundbreaking achievement था जिसने इनुइट को अपनी भूमि पर अधिक नियंत्रण और शासन का अधिकार दिया। अब वे अपनी प्राथमिकताओं के अनुसार नीतियां बना सकते हैं और अपने समुदायों के लिए निर्णय ले सकते हैं। यह उनके लिए अपनी संस्कृति को संरक्षित करने और अपने लोगों की जरूरतों को पूरा करने का एक शक्तिशाली तरीका है। इनुइट लोग अब जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में भी सबसे आगे हैं। चूंकि वे आर्कटिक में सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले लोगों में से हैं, वे वैश्विक मंचों पर अपनी आवाज़ उठा रहे हैं और दुनिया को इस crisis की गंभीरता के बारे में आगाह कर रहे हैं। वे पारंपरिक ज्ञान (traditional knowledge) और वैज्ञानिक शोध को एक साथ मिलाकर समाधान खोजने की कोशिश कर रहे हैं। यह दिखाता है कि वे न केवल अपनी भूमि के संरक्षक हैं, बल्कि पूरी पृथ्वी के लिए एक महत्वपूर्ण आवाज़ भी हैं। उनका भविष्य आशा और चुनौती दोनों से भरा है। उन्हें अभी भी स्वास्थ्य असमानताओं, आर्थिक अवसरों की कमी और सामाजिक मुद्दों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन, उनकी दृढ़ता, सांस्कृतिक गौरव और नेतृत्व की बढ़ती भावना यह सुनिश्चित करती है कि वे इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। आधुनिक इनुइट अपनी अनूठी पहचान को बनाए रखते हुए दुनिया में अपना स्थान बना रहे हैं, और उनका सफर प्रेरणादायक है। वे हमें सिखाते हैं कि कैसे परंपरा और आधुनिकता को एक साथ लेकर चला जा सकता है, और कैसे अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए भी आगे बढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion: The Enduring Spirit of the Inuit)
तो यार, हमने इनुइट का अर्थ हिंदी में से शुरू करके उनकी अविश्वसनीय यात्रा, संस्कृति, इतिहास और भविष्य पर एक नज़र डाली। यह स्पष्ट है कि इनुइट सिर्फ एक शब्द नहीं है, बल्कि यह _ resilience, अनुकूलन क्षमता और गहरी सांस्कृतिक पहचान_ का प्रतीक है। ये वो लोग हैं जिन्होंने दुनिया के सबसे कठोर वातावरण में से एक में न केवल जीवित रहना सीखा है, बल्कि thriving भी किया है। उनके जीवन का हर पहलू – उनकी शिकार करने की कला, इग्लू बनाने की क्षमता, उनकी समृद्ध भाषा, और उनकी expressive कला – हमें प्रकृति के साथ गहरे सामंजस्य में जीने का महत्व सिखाता है। हालांकि उन्हें उपनिवेशीकरण, सांस्कृतिक दमन और अब जलवायु परिवर्तन जैसी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, इनुइट लोगों ने कभी हार नहीं मानी। वे अपनी भाषा को पुनर्जीवित कर रहे हैं, अपनी कला को संरक्षित कर रहे हैं, और अपने राजनीतिक अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। वे आधुनिक दुनिया में अपनी जगह बना रहे हैं, अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए भी भविष्य की ओर देख रहे हैं। इनुइट की कहानी अदम्य मानवीय भावना का एक शक्तिशाली उदाहरण है। यह हमें याद दिलाती है कि विविधता कितनी सुंदर और महत्वपूर्ण है, और हमें सभी संस्कृतियों का सम्मान क्यों करना चाहिए। तो अगली बार जब आप इनुइट के बारे में सुनें, तो याद रखें कि आप सिर्फ 'लोगों' के बारे में नहीं, बल्कि आर्कटिक के असली नायकों के बारे में बात कर रहे हैं जिनकी कहानी हमें बहुत कुछ सिखाती है। उम्मीद है दोस्तों, आपको यह यात्रा पसंद आई होगी और इनुइट के बारे में आपकी समझ और गहरी हुई होगी। शांति!